ऐसे हिज्र के मौसम तब तब आते हैं,
तेरे अलावा याद हमें सब आते हैं,
जादू की आँखों से भी देखो दुनिया को,
ख़्वाबों का क्या है वो हर सब आते हैं,
अब के सफ़र की बात नहीं बाक़ी वरना,
हम को बुलाएं दस्त से जब वो आते हैं,
कागज़ की कस्थी में दरिया पार किया,
देखो हम को क्या क्या करतब आते हैं..
Saabhar.. Jagjit Singh (Album- HOPE)
तेरे अलावा याद हमें सब आते हैं,
जादू की आँखों से भी देखो दुनिया को,
ख़्वाबों का क्या है वो हर सब आते हैं,
अब के सफ़र की बात नहीं बाक़ी वरना,
हम को बुलाएं दस्त से जब वो आते हैं,
कागज़ की कस्थी में दरिया पार किया,
देखो हम को क्या क्या करतब आते हैं..
Saabhar.. Jagjit Singh (Album- HOPE)
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